मुंबई (कमोडिटीज़ कंट्रोल) - पाकिस्तान के रुपये मे जारी कमज़ोरी की वजह से घरेलू बाजार में कपास की कीमतों मे रेकॉर्ड बढ़ोत्तरी दर्ज की गयी. जिससे कॉटन की कीमतें बढ़कर 7,300 रुपये प्रति मन हो गई।
एक अधिकारी ने कहा की उत्पादन में कमी के कारण कॉटन की कीमतें पहले ही बढ़ रही थी परंतु इस वक़्त रुपये मे जारी गिरावट (कमज़ोरी) के कारण भारत से महँगे भाव पर कॉटन का आयात होने की वजह से कॉटन की कीमतों मे जबरदस्त उछाल देखा जा रहा है।
कॉटन के कम उत्पादन की वजह से पिछले महीने पाकिस्तान की सरकार ने घरेलू कपड़ा उद्योग के माँग की पूर्ति के लिए अपने पड़ोसी देश भारत से कठिन शर्तों के साथ कॉटन आयात करने की अनुमति दी है, पाकिस्तान सरकार भारत से कॉटन का आयात ज़मीनी मार्ग से शुरू करने के लिए जल्द ही परमिट जारी करना शुरू कर सकती है।
पाकिस्तान जो कि दुनिया का चौथा सबसे बड़ा कपास उत्पादक देश है वहाँ लगभग 16 लाख कपास के गांठों की स्थानीय मांग होती है और उसे इसे पूरा करने के लिए हर साल चार मिलियन गाँठे कम पड़ती है।
यूएसडीए ने नवंबर मे जारी अपनी नवीनतम रिपोर्ट मे पाकिस्तान के कॉटन के उत्पादन (दिसंबर) का अनुमान 117 लाख बेल्स से घटाकर 105 लाख बेल्स कर दिया था परंतु ये अनुमान अब भी पिछले वर्ष 2016-17 से अधिक है, पिछले वर्ष 2016-17 मे 98 लाख बेल्स का उत्पादन हुआ था।
(कमोडिटी कंट्रोल ब्यूरो द्वारा + 91-22-40015533)
|