मुंबई (कमोडिटीजकंट्रोल) - इंडियन कॉटन एसोसिएशन (ICA) ने अपने मासिक रिपोर्ट में बताया की उत्तर भारत में अक्टूबर से फरवरी के दौरान कॉटन की आवक पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में 37% बढ़कर 36.3 लाख गाँठ (1 गाँठ = 170 किलो) रहा।
हालांकि सप्लाई में बढ़त मुख्यतौर पर पिछले वर्ष कमजोर आवक के कारण रहा क्योंकि पिछले वर्ष पंजाब में 50% कॉटन वाइटफ्लाई के कारण प्रभावित हुई थी।
व्यापारियों ने बताया की उत्तर भारत में फिलहाल कॉटन की आवक इस समय सामान्य से 20% कम है।
कॉटन कारपोरेशन ऑफ़ इंडिया के मुताबिक मार्च 2 तक उत्तर भारत में कुल कॉटन की आवक 35.07 लाख गाँठ रही।
ICA के मुताबिक़ कॉटन की अभी तक कुल आवक में से 35.8 लाख गाँठ मीलों द्वारा उपयोग किया जा चूका है।
ICA ने 2016-17 के लिए उत्तर भारत में कॉटन उत्पादन इस सीजन (अक्टूबर-सितम्बर) के दौरान पिछले वर्ष से 21% बढ़कर 45.3 लाख गाँठ रहने का अनुमान है, जबकि अक्टूबर में कॉटन एडवाइजरी बोर्ड ने 47 लाख गाँठ उत्पादन की संभावना जताई थी।