मुंबई (कमोडिटीजकंट्रोल) - हरियाणा कृषि विभाग से प्राप्त जानकारी के मुताबिक राज्य में 8 मई तक कॉटन की बोआई 1.62 लाख हेक्टेयर तक पहुंच गई, जो एक साल पहले इसी अवधि के 2.05 लाख हेक्टेयर से नीचे है।
स्थानीय व्यापारियों ने कहा कि राज्य में कपास की धीमी बोआई का कारण नहरों में देरी से पानी का छोड़ा जाना है। साथ-साथ उत्तर भारत में हाल में आये भीषण तूफ़ान के कारण भी बोआई प्रभावित हुई क्यूंकि किसान एहतियातन बोआई के लिए रुक गए थे। हालांकि आने वाले दिनों में बोआई में प्रगति होगी और माह के अंत तक बोआई पूरी होने की संभावना है।
राज्य सरकार ने मौजूदा खरीफ सीजन 2018 के लिए कॉटन के लिए 6.48 लाख हेक्टेयर लक्षित किया है और उत्पादन लक्ष्य 26.38 लाख गांठ (170 किलो प्रत्येक) तय किया है। राज्य में 2017-18 के दौरान 6.67 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में कॉटन की बोआई हुई थी, जबकि 16.26 लाख गांठ कॉटन का उत्पादन हुआ था।
हालांकि 2018 सीजन के लिए निर्धारित कॉटन का रकबा पिछले वर्ष से कम है, लेकिन राज्य कृषि विभाग को उम्मीद है कि 413 किलो / हेक्टेयर के मुकाबले 692 किलोग्राम / हेक्टेयर की बेहतर उपज के कारण उत्पादन लक्ष्य हासिल करने में मदद मिलेगी।
(कमोडिटीजकंट्रोल ब्यूरो द्वारा; + 91-22-40015533)