मुंबई (कमोडिटीज कंट्रोल) - मानसून में देरी से किसान से लेकर व्यापारी तक चिंता से ग्रस्त दिखाई दे रहे थे इसी बीच कल रात्रि से हो रही जोरदार बारिश ने किसानो के माथे पर आ रही चिंता की लकीरों को कुछ हद तक मिटाने की कोशिश की है।
महाराष्ट्र तथा दक्षिण भारत में हो रही बारिश से हल्दी की फसल को लाभ मिल सकता है, बुवाई के वक़्त में बारिश किसानों के लिए किसी अमृत से कम नहीं है।
मंडियों में हल्दी की आवक लगातार कम होती जा रही है क्योंकि किसान बुवाई के कार्य में लगे हुए है, व्यापारियों के पास हल्दी का ज्यादा स्टॉक नहीं बचा है जिसकी वजह से बाजार में व्यापार सिमित हो चूका है।
महाराष्ट्र में लगभग 80 से 85% हल्दी की आवक पूर्ण हो चुकी है बाकी बची हल्दी को किसान ऊँचे भाव पर बेचना पसंद करेंगे। दक्षिण भारत में भी हल्दी की आवक लगभग पूर्ण हो चुकी है।
आईएमडी के द्वारा इस साल हल्दी के उत्पादन वाले हिस्सों में मानसून सामान्य से कम होने की आशंका व्यक्त की गई है जिससे हल्दी में उत्पादन अनुमान से कम हो सकता है, परन्तु महाराष्ट्र तथा तमिलनाडु में बुवाई का हिस्सा बढ़ सकता है क्योंकि महाराष्ट्र में इस वर्ष किसानो की हल्दी में लाभ हुआ था जिसकी वजह से किसान हल्दी की बुवाई को प्राथमिकता देते देखी जा रहे है, इस वर्ष मराठवाडा, विदर्भ तथा खान्देश के कई हिस्सों ( जलगाँव, धुलिया, मालेगांव, औरंगाबाद, अकोला, बुलढाना) में हल्दी की बुवाई ज्यादा होने की उम्मीद है जिसकी वजह से महाराष्ट्र में इस बार फसल पिछले वर्ष की तुलना में लगभग सवा से डेढ़ गुना होने की संभावना जताई जा रही है, परन्तु अभी मानसून में देरी से हल्दी की बुवाई में देरी होती देखी जा रही है जिससे इस वक़्त अनुमान लगाना कठिन हो सकता है, इसी तरह तमिलनाडु में पिछले कुछ वर्षों में वर्ष की कमी की वजह से हल्दी की फसल में कमी देखी गई थी परन्तु इस बार मौसम विभाग के अनुसार तमिलनाडु में अच्छी वर्षा की संभावना जताई गई है जिससे तमिलनाडु में हल्दी के अच्छे उत्पादन की उम्मीद जताई जा रही है।
व्यापारियों के अनुसार इस वर्ष हल्दी में ज्यादा जोखिम नजर नहीं आ रहा है, यदि मानसून में थोड़ी भी देरी होती है तो हल्दी की कीमतों में कुछ हद तक बढ़ोत्तरी देखी जा सकती है।
बाजार में विश्वस्त सूत्रों के मुताबिक़ हल्दी का स्टॉक 30 से 32 लाख बैग का देखा जा रहा है, इसके अलावा हल्दी की नई फसल को बाजार में आने में कम से कम 9 से 10 माह लगेंगे, उक्त 9 माह के लिए बाजार में पर्याप्त स्टॉक नहीं बचेगा, जिससे आने वाले 3 से 3 माह में हल्दी में तेजी की संभावना मजबूत बनती नजर आ रही है।
हालाँकि बाजार में बैठे व्यापारियों के अनुसार आने वाले समय में हल्दी की कीमते ज्यादा से ज्यादा 12 से 15 रूपये प्रति किलो बढ़ सकती है, परन्तु सिमित स्टॉक तथा आने वाले समय में बेहतर मांग से हल्दी में फिर ते नै तेजी बन जाए तो आश्चर्य नहीं होना चाहिए।
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